कुछ दर्द जब सम्भल ही नहीं पाते तो बाँध तोड़ कर लफ़्ज़ों से जाकर लिपट जाते हैं और कोई शायरी उनको पनाह दे ही देती है...... https://www.facebook.com/niveditachakravortyofficial/ Instagram as @niveditachakravorty_ https://youtube.com/user/niveditac
ये कविता एक church के सामने एक quotation को पढ़ने के बाद मैंने रची। लिखा था कि, "Every sunset is signature of God". ये कविता मेरे काव्य संग्रह "मेरे हिस्से के नूर" में प्रकाशित है। मेरा काव्य संग्रह Amazon में उपलब्ध है। https://www.amazon.in/d
ये कविता मेरी पुस्तक "मेरे हिस्से के नूर" से है। एक मनुष्य दूसरे के हृदय तक पहुँच ही नहीं पाता, बहुत सी हिचक और अभिमान उसे पीछे खींचते हैं। इसी एहसास को इस कविता में पिरोया है। मेरे इंद्रधनुष का एक रंग... देखिए शायद आप कहीं किसी को या खुद को ढू